bas yun...hi....
मंगलवार, 4 जनवरी 2011
तेरा साथ................
तेरे साथ होने का
एहसास भी अजीब है
पास न हो कर भी
तू आज भी करीब है,
क्योंकि-
तू मुझमें ही बसता है कहीं.
बहुत चाहा कि भूल जाऊं
पर तू है हर पल
मेरे पास......
यहीं कहीं........!!!
2 टिप्पणियां:
babanpandey
4 जनवरी 2011 को 6:07 pm बजे
शायद राधा -कृष्ण की तरह
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स्वाति
5 जनवरी 2011 को 1:37 am बजे
bahut sundar... laga jaise main bhi to yahi kahna chahti thi
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शायद राधा -कृष्ण की तरह
जवाब देंहटाएंbahut sundar... laga jaise main bhi to yahi kahna chahti thi
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