आँखें क्या कहती हैं??
मन की सारी भावनाएं
आँखों से झलक जाती हैं.
मन का डर,प्यार
और उसका एहसास...
सब इनमें दिखता है.
तभी तो हम
अक्सर ऐसे मौकों पर
एकदूसरे से नज़रें चुराते हैं,
और कभी-कभी
उनसे सामने वाले को
ज़ाहिर भी करते हैं
आँखों की भाषा पढ़ना
बड़ा ही आसान है,
और जिसके लिए उनमें भाव हों...
उसके लिए तो और भी आसान है.
दिल की भाषा
दिल एक बार भले ही न समझे,
आँखें आँखों की भाषा
तुरंत पढ़ लेती हैं
और साथ में...
दूसरे के दिल के एहसास को भी
आँखें जल्दी भांप जाती है.
हमें भी बेचैनी रहती है
सामने वाले को
उसे दिखाने की,
जताने की,
तभी तो
हम बार-बार
कोशिश करते हैं
उसकी आँखों में झाँकने की.....
आँखें जल्दी भांप जाती है.
जवाब देंहटाएंekdam theek baat aur bahut sunder shabdon men.
दूसरे के दिल के एहसास को भी
जवाब देंहटाएंआँखें जल्दी भांप जाती है.
हमें भी बेचैनी रहती है
सामने वाले को
उसे दिखाने की,
जताने की,
...... ankhen bhi bolti hai..
bahut bhavpurn rachna..
आँखों की भाव भंगिमा का सुंदर चित्रण
जवाब देंहटाएंआपको नव वर्ष की बहुत बहुत शुभकामनाये
सुंदर रचना.
जवाब देंहटाएंआप सभी का मेरी रचनाओं को पढ़ने के लिए धन्यवाद.....आप सभी की रचनाओं के द्वारा मुझे भी प्रेरणा मिलती रहती है....आपकी टिपण्णी मेरा साहस बढ़ाती है..धन्यवाद!!
जवाब देंहटाएंbahut sundar abhivyakti, shubhkaamnaayen poonam ji.
जवाब देंहटाएं......हम बार-बार
जवाब देंहटाएंकोशिश करते हैं
उसकी आँखों में झाँकने की....
ईमानदार भावो से लिखी सुन्दर रचना,"सच में" पर आपके आने और विचार व्यक्त करने के लिये आभार!
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंआप तक बहुत दिनों के बाद आ सका हूँ, क्षमा चाहूँगा,
जवाब देंहटाएंbahut khub........
जवाब देंहटाएंwaah! waah! waah!
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