दूर रह के भी वो हसरत से हमें देखते हैं
पास से देखने को भी वो गुनाह कहते हैं..!
हम खुद भी रहें परदे में....तो क्या होता है
देखने वाले....क़यामत की नज़र रखते हैं..!
दिल में होगी जो मुहब्बत.....वो हमें ढूँढेंगे
उनके एतबार का हम भी तो भरम रखते हैं..!
कभी मिल जाएँ वो हमें यूँ ही....राहों में कभी
उनकी राहों पर यूँ हम भी तो नज़र रखते हैं..!
चाहते हम भी है...वो हमसे मिले...खूब मिले
ख्वाहिशों पर मेरी वो भी तो नज़र रखते हैं..!
कभी मिल जाएँ वो हमें यूँ ही....राहों में कभी
जवाब देंहटाएंउनकी राहों पर यूँ हम भी तो नज़र रखते हैं..!
Khoob Kaha...Bahut sunder panktiyan
शिवरात्रि की शुभकामना ... सुन्दर पोस्ट के लिए बधाई
जवाब देंहटाएंवाह, बहुत ही सशक्त, दूर और पास के बीच सिमटा जीवन..
जवाब देंहटाएंnazar bhale hee rakhte raho
जवाब देंहटाएंdil ko yun hee dilaasaa dete raho
magar bhram mai naa raho
jo hai usee mein khush raho
बहुत सुंदर प्रेम गीत !
जवाब देंहटाएंबेहतरीन गीत!
जवाब देंहटाएंसादर
सुन्दर.
जवाब देंहटाएंबस यूं ही प्यार किया था उनको,
जवाब देंहटाएंयूं ही बस प्यार करते रहे |
'बस यूं ही' जब बेबस बनता गया,
बेबसी का शिकार होने लगे |
बहुत खूब ... ये प्यार का एहसास ही होता है जो ऐसे भरम में जिन्दा रखता है ...
जवाब देंहटाएंpyar prar darshati sunder rachna.........
जवाब देंहटाएंbaehtraeen...wah
जवाब देंहटाएंआप ने चर्चा मंच पर मुझे शामिल किया..!
जवाब देंहटाएंधन्यवाद....!!
दिल में होगी जो मुहब्बत.....वो हमें ढूँढेंगे
जवाब देंहटाएंउनके एतबार का हम भी तो भरम रखते हैं..!
वाह पूनम जी...
बेहतरीन गज़ल के लिए दाद हाज़िर है..
बहुत सुंदर!
जवाब देंहटाएंखूबसूरत प्रेम गीत
जवाब देंहटाएंबढ़िया ग़ज़ल .सभी अश आर काबिले दाद .
जवाब देंहटाएंखूबसूरत प्रस्तुती .......
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत
जवाब देंहटाएंसुभानाल्लाह.......ताड़ने वाले क़यामत की नज़र रखते हैं ।
जवाब देंहटाएंवाह! वाह! बहुत सुन्दर...
जवाब देंहटाएंसादर बधाईयां...
umda rachna hai,bdhai aap ko
जवाब देंहटाएंbahut khub...ishq ka ye v andaaz sukun hi deta hai....
जवाब देंहटाएंbahut sunder...khawhishoon per hamari wo bhi to nazar rakhtey hain....
जवाब देंहटाएंbahot pasand aayee.....
जवाब देंहटाएंदिल में होगी जो मोहब्बत वो हमें ढूँढेंगे ....वाह क्या गज़ब का भरोसा है!!
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