आज खुले पन्नों की तरह
प्यार हम सबके सामने है...
ज़िन्दगी की किताब पर
इसकी एक एक इबारत
अब साफ़ साफ़ ..
दिखाई देने लगी हैं....!
सबकी अलग अलग
मन:स्थिति के हिसाब से
प्यार भी अपने अनेकों रूप में
सामने आ रहा है हमारे ....!
ऐसा नहीं कि प्यार की
कहीं कोई कमी है !
बस जब दिखना चाहिए
ये गुम हो जाता है कहीं !
जरा खुद के अन्दर झांकें हम सब......
प्यार तो है......
कहीं किसी कोने में दुबका हुआ....
गुमसुम सा.....
इसी इंतज़ार में कि....
कोई आ के छू ले हौले से...
तो बिखरती साँसों को समेट
ये फिर लड़खड़ाते हुए
सीधे खड़ा हो जाए....
और गाने लगे........
"हमीं से मुहब्बत हमीं से लडाई...
अरे मार डाला दुहाई....दुहाई...."
पटना....
१४-०२-२०१२
(धन्यवाद...मुकेशजी )
wah.
जवाब देंहटाएंप्यार के अनेक रूप /// गिने न गिनाये पूनम जी
जवाब देंहटाएंबहुत ही खूबसूरत
जवाब देंहटाएंसादर
जिससे प्यार होता है लड़ाई भी तो उसीसे होती है ... :):)
जवाब देंहटाएंबात तो सही कह दी ………………बहुत ही प्यारी प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंजब प्यार बहे, उन्मुक्त बहे..
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति|
जवाब देंहटाएंbahut sunder....
जवाब देंहटाएंबहुत सार्थक प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंbas dikhnaa chaahtaa jab
जवाब देंहटाएंgum ho jaataa kahin....
aisaa hee hotaa hai
laakh do duhaayee
आपकी पोस्ट चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
जवाब देंहटाएंकृपया पधारें
http://charchamanch.blogspot.com
चर्चा मंच-791:चर्चाकार-दिलबाग विर्क
shukriya.....
हटाएंवाह !
जवाब देंहटाएंuff!! wah Di!! kisi kavita ko padhna aur pratiuttar me apni bhavnayen ek kavita roop me hi vyakt kar dena... bahut badi baat hai..!!
जवाब देंहटाएं"pyar to hai, par kisi kone me dubka sa, sahma sa.."
shukriya POONAM di:))
सुन्दर प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंkalamdaan.blogspot.in
Vishwas Ki Ek Dori Hai Pyaar
जवाब देंहटाएंBetaab Dil Ki Majboori Hai Pyaar
Na Maano Toh Kucchh Nahin
Aur Maano, Toh Hamari Kamzoori Hai Pyaar...bhut hibhadhiya or dilko chu jane vali rachna
aapki rachnaye dil ko chhu jati hai sach kah raha hoon mam.....
जवाब देंहटाएंkhoobsurat prastuti...
जवाब देंहटाएंजो बात कही है बहुत सही,
जवाब देंहटाएंजहाँ त्याग सिर्फ है प्यार वहीं।
खूबसूरत रचना के लिये बधाई....
नेता- कुत्ता और वेश्या (भाग-2)
बहुत सुन्दर प्रस्तुति पूनम जी...
जवाब देंहटाएंबधाई..
pyar k kya kaheney,pyar ki bas pyar hi jane...hai ek sukhad ahesaas............
जवाब देंहटाएंप्यार ऐसा ही है...कभी छिपा हुआ कभी प्रकट...हाथ आकर भी दूर जाता हुआ...
जवाब देंहटाएंप्यार का ये एहसास ही प्यार को खोज लाता है और सीधा खड़ा कर देता है ...
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