फिर लिखने को
मन कर रहा है....
पर क्या लिखूं?
समझ नहीं
नहीं पा रही हूँ...!
क्या करूँ.....??
शायद-
तुम ही दे सको
लिखने को मुझे कुछ !!
यह सोच कर
एलबम से निकालती हूँ तुम्हें !!
पर...
तुम्हें देखा तो
यूँ लगा
जैसे तुम-
मुझमें ही
कुछ खोज रहे हो..!!
एक सिहरन,
एक थिरकन सी....
और काँप गई मैं !!
नहीं,
यूँ नहीं !
तुम नहीं लिखने दोगे
आज भी मुझे,
कल जब तुम्हें
फिर से
एलबम में
बंद कर दूँगी,
तब फिर से
कुछ सोचूँगी मैं......
लिखने के लिए !!
क्या सुंदर भाव है पूनम जी सच में एक सिरहन सी हो गयी......धन्यवाद एक सुन्दर रचना के लिए !
जवाब देंहटाएंआँख बन्दकर बैठे, जो विचार आकर ठहर जाये, उसी पर लिख डालें।
जवाब देंहटाएंयादों से जुड़े रिश्तों की सच्चाई
जवाब देंहटाएंऔर चंद खूबसूरत लफ्ज़ ...
कुछ काव्य तो हो ही गया .....
अच्छी रचना !
कुछ न लिखने से कुछ लिखना ज्यादा अच्छा है ...
जवाब देंहटाएंsunder likha hai
जवाब देंहटाएंआखिर मन की मानी आपने और आज तो लिख ही डाला ,अब कल फिर एलबम के सहारे लिखने की बारी है. वाह! शानदार अभिव्यक्ति हो गयी .
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट 'बिनु सत्संग बिबेक न होई' पर आपका स्वागत है,निराश न कीजियेगा.
कुछ न लिखते हुए भी बहुत कुछ लिख गयी आप.
जवाब देंहटाएंएलबम में बंद मत करिए उन्हें नहीं तो कुछ नहीं लिख पायेंगी.
सलाम.
पर...
जवाब देंहटाएंतुम्हें देखा तो
यूँ लगा
जैसे तुम-
मुझमें ही
कुछ खोज रहे हो..!!
एक सिहरन,
एक थिरकन सी...
बहुत सुन्दर भाव हैं ...
bhawon ka ek bahut hi khoobsurat roop rachi hain aap.....
जवाब देंहटाएंक्या कहूँ ..
जवाब देंहटाएंबस इतना की कविता सुन्दर लगी..
एल्बम खुलते ही सब्दकोश न जाने क्यों ख़तम से लगने लगते है..
पूनम जी,
जवाब देंहटाएंशानदार अभिव्यक्ति है....एल्बम का ज़िक्र शानदार लगा......प्रशंसनीय |
Han!vakai achchhi rachana.....bahut kuchh kah diya ....na kuchh kah kar
जवाब देंहटाएंलिखेंगे तो कुछ लिख ही जायेगा.
जवाब देंहटाएंkya kahu kahte huye ...dekhiye kitna accha likh dia aapane
जवाब देंहटाएंcheck out mine blog also
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आदरणीया पूनम जी
जवाब देंहटाएंसादर सस्नेहाभिवादन !
कल जब तुम्हें
फिर से
एलबम में
बंद कर दूंगी,
तब फिर से
कुछ सोचूंगी मैं …
लिखने के लिए !!
याद उन्हें भी आती है जिनके पास एलबम न हो … :)
एलबम अंदर रखने से कुछ हल कहां निकलने वाला है ?! :)
… और यादों का ख़ज़ाना ही तो है जिसने आपको इतना लिखने की प्रेरणा दी है … … …
हमारी उम्मीदें बनी हुई हैं … अच्छी कविताएं पढ़ने की आपके यहां …
हाऽऽ हा … हऽऽ …
♥ हार्दिक बधाई !
शुभकामनाएं !!
मंगलकामनाएं !!!♥
- राजेन्द्र स्वर्णकार
poonamji ! और कुछ नही तो नमस्ते ही लिख दीजिए ...
जवाब देंहटाएंNamaste...!
जवाब देंहटाएंMaha Prabhu (Sanjayji)
Kuch nahi likha phir bhi itna sunder lekh.....mai intejaar karunga us din ka jab aap kuch likhe,
जवाब देंहटाएंbadhai***
शानदार अभिव्यक्ति....पूनम जी
जवाब देंहटाएंयहाँ न लिखने का तो सिर्फ बहाना है ...लिखते -लिखते बहुत कुछ लिख गयीं आप ...सार्थक रचना
जवाब देंहटाएंतुम ही दे सको लिखने को कुछ ..... बहुत बढ़िया ...
जवाब देंहटाएंसुंदर अभिव्यक्ति
तो आप के भी समक्ष ए सवाल आ ही गया कि क्या लिखूं ? और आप लिख नहीं ही पाईं. मगर न लिखने की सम्वेदनावों को बहुत खूबसूरती से उकेरा है!! क्या ब्बात है !! उत्तमम.
जवाब देंहटाएंYadon ke album se nikli har tahreer ek khoobsoorat ehsaason se bhari tasveer ho gayi...laga shayad ye main hun jo likhna chahta tha...bahut bahut badhayee...
जवाब देंहटाएंsweet memories never let you go out of its bonds...
जवाब देंहटाएंbas yun hi koshish ki aapne...aur aapke sihran ne hamare kalam me thirkan paida kar diya...:)
जवाब देंहटाएंkya kahne hain....:)
ALBUM kavita ke liye ek naya bimb diya aapne!!
badhai!!
नव-संवत्सर और विश्व-कप दोनो की हार्दिक बधाई ....
जवाब देंहटाएंयह तो बहुत सुन्दर कविता है..अच्छा लगा यहाँ आकर.
जवाब देंहटाएं____________________
'पाखी की दुनिया' में भी आपका स्वागत है.
Khubsurti se ukera hai manobhav ko ..sundar abhivykti
जवाब देंहटाएंwaah..Poonam Ji...aaj pahli baar aapke Blog par aanaa hua..bahut khoobsurat rachnayen hain..
जवाब देंहटाएंvastav men jo kavit khud ke liye kahi jaati hai wo hi doosron tak pahunch paati hai..aapki har rachna swantay sukhaay lagti hai..
sabhi creations ke liye hardik abhivaadan..
धन्यवाद अखिल...
जवाब देंहटाएंब्लॉग पर आपका स्वागत है !!
अमृता...आपकी रचनाएं बहुत खूबसूरत हैं...
जवाब देंहटाएंमुझे पढ़ने के लिए शुक्रिया..!!
कुंवरजी...
जवाब देंहटाएंबड़े दिन बाद आपका आगमन हुआ...
नया साल शुभ हो आपको भी..!!
आनंदजी,प्रवीणजी,दर्शनजी,
जवाब देंहटाएंDaanish,रोशी,राकेशजी...
आप सभी का शुक्रिया मुझ तक पहुँचने के लिए....!!
विशाल एवं संगीताजी...
जवाब देंहटाएंमृदुलाजी एवं इमरान साहेब..
मुझे पढ़ने के लिए शुक्रिया !!
आशुतोष, चिराग...
जवाब देंहटाएंअमरेन्द्र,संजयजी...
केवल(राम) एवं मोनिका..
आप सभी का स्वागत है !!
पाखी,मुकेशजी, अमितजी..
विजयजी,अरुण,Dinesh ...
आप सभी का स्वागत है !!