शायद हवा का ये झोंका ......बहुत सुंदर .....
बहुत खूब.उसके होने का अहसास ही तो मुहब्बत है.
भाव बिना माध्यम के ही बह सकने में सक्षम हैं।
सुभानाल्ह.......कितनी छोटी सी बात में कितना गहरा अहसास छुपा है ....वाह
वाह ..बहुत खूब ... प्यारी रचना और सुखद एहसास
अति सुन्दर...जाकि रहे भावना जैसी हरी मूरत तेहि देखे तैसी
Bahut achha Punam Ji...yahi hawa ka jhonak to hamein jeene ki aas deta hai...
वाह ...बहुत खूब कहा है आपने ।
इतनी सुन्दर पंक्तियां आपकी ही कलम का जादू है ....।
saral,sunder,komal bhaw.
शायद हवा का ये झोंका ......बहुत सही
स्पर्श भी बोल उठते हैं....
वाह पूनम जी
पूनम जी सिहरन पैदा करती रचना के लिए ……… आभार !हार्दिक शुभकामनाएं ! - राजेन्द्र स्वर्णकार
बहुत ही भाव भीनी कविता
waah bahut khoob
शायद हवा का ये झोंका ......
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर .....
बहुत खूब.
जवाब देंहटाएंउसके होने का अहसास ही तो मुहब्बत है.
भाव बिना माध्यम के ही बह सकने में सक्षम हैं।
जवाब देंहटाएंसुभानाल्ह.......कितनी छोटी सी बात में कितना गहरा अहसास छुपा है ....वाह
जवाब देंहटाएंवाह ..बहुत खूब ... प्यारी रचना और सुखद एहसास
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर...
जवाब देंहटाएंजाकि रहे भावना जैसी हरी मूरत तेहि देखे तैसी
Bahut achha Punam Ji...yahi hawa ka jhonak to hamein jeene ki aas deta hai...
जवाब देंहटाएंवाह ...बहुत खूब कहा है आपने ।
जवाब देंहटाएंइतनी सुन्दर पंक्तियां आपकी ही कलम का जादू है ....।
जवाब देंहटाएंsaral,sunder,komal bhaw.
जवाब देंहटाएंशायद हवा का ये झोंका ......बहुत सही
जवाब देंहटाएंस्पर्श भी बोल उठते हैं....
जवाब देंहटाएंवाह पूनम जी
जवाब देंहटाएंपूनम जी
जवाब देंहटाएंसिहरन पैदा करती रचना के लिए ……… आभार !
हार्दिक शुभकामनाएं !
- राजेन्द्र स्वर्णकार
बहुत ही भाव भीनी कविता
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