ऐसा भी होता है जिंदगी में अक्सर...
जब लोग लगाते हैं तोहमतें हम पर....
बेवजह.....नाहक......बेबाक....!
और हम कुछ कह नहीं पाते....!!
ऐसा नहीं कि हमें
कुछ कहना नहीं आता...!!
फिर न जाने क्या सोच कर
हम चुपचाप रह जाते हैं...!
हम नहीं चाहते कि...
वैसी ही चोट उन्हें भी लगे...
जैसी चोट उन्होंने हमें पहुँचाई है...!
क्यूँ कि लोग खुद से बदगुमान हैं...
सहन न कर पाने की
अपनी ही शक्ति से अनजान हैं...!
सहन कर न सकने वाले कहने लगते हैं।
जवाब देंहटाएंसही कहा पूनम जी आपने
जवाब देंहटाएंकबाड़ से बनाई गई हैं ये तस्वीरें
कंप्यूटर को speed up करने का तरीका
सही कहा आपने पूनम जी परन्तु उसे कमजोरी समझ लेते है!
जवाब देंहटाएंlatest post: प्रेम- पहेली
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पलटवार कौन सहता है....
जवाब देंहटाएंसच्ची अभिव्यक्ति..
अनु