वल्लाह न कहूँ तो बता और क्या कहूँ...
हर हर्फ़ तेरा दिल में उतरता चला गया...!
मायूस जब हुआ...तू आ गया मेरे करीब
थी जब उदास मैं...तू निखरता चला गया...!!
एक डर उसे था और वो बेखबर भी तो न था
वो शख्स भी अजीब था..इस दर से जो गया...!!
राहे वफ़ा की होती हैं....आसान ही बहुत...
नादाँ है हमसफ़र जो बहुत दूर तक गया...
***पूनम***
(अभी अभी)
वाह ! बेहद उम्दा..
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर
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