punam jee ... net kholte hi aapki kavita padfhi.. u have made a great explanation ... plz visit my blog also ... happy new tear
Nice ....
wah.....kya socha hai.
इन्ही से उपजती है भक्ति ...वह भी ढाई आखर ही हैं ....:)सुन्दर सोच ...!
वाह ... प्रेम को परिभाषित करती ...लाजवाब पंक्तियाँ ...
सच कहा आपने, हैं तो ढाई पर पूरे हैं।
वाह! क्या बात है।
सुभानाल्लाह ।
punam jee ... net kholte hi aapki kavita padfhi.. u have made a great explanation ... plz visit my blog also ... happy new tear
जवाब देंहटाएंNice ....
जवाब देंहटाएंwah.....kya socha hai.
जवाब देंहटाएंइन्ही से उपजती है भक्ति ...वह भी ढाई आखर ही हैं ....:)
जवाब देंहटाएंसुन्दर सोच ...!
वाह ... प्रेम को परिभाषित करती ...
जवाब देंहटाएंलाजवाब पंक्तियाँ ...
सच कहा आपने, हैं तो ढाई पर पूरे हैं।
जवाब देंहटाएंवाह! क्या बात है।
जवाब देंहटाएंसुभानाल्लाह ।
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