कुछेक शेर....
नए एहसास....
नए रंग.....
नए हम....
नए तुम......
करते है बात अपनी..........मुझे आज़माते हैं....
कैसे नादाँ है....रखते हैं राज़ भी और खुद ही बताते है !!
****************************************
मोहब्बत का कभी भी सौदा न किया हमने ....
ये फितरत थी तुम्हारी दे दिया दिल हर हसीना को !!
****************************************
झूठ की बुनियाद बहुत कमज़ोर होती है यारों..
ज़रा सी डगमगाई तो महल तक टूट जाते हैं...!!
****************************************
मेरे अश्कों के लिए था तेरा दामन ही बहुत
तुझको ये भी तो बहुत नागवार गुज़रा है....!!
****************************************
वफा की पाकीजगी पे हम शक नहीं किया करते...
तुम बेवजह मुझे इलज़ाम दिए जाते हो...!!
****************************************
यकीं तुम पर मुझे जाना...कभी खुद से जियादा था...
मगर कम्बखत दिल मेरा बस इस धोखे में आ गया !!
*****************************************
समझते जाते थे हम अब तक तुम्हारी सारी ख़ामोशी
मगर तुमने ही दे दी है.......जुबां ज़ज्बात को मेरे..!!!
अहा, बहुत खूब..
जवाब देंहटाएंvery nice
जवाब देंहटाएं