बुधवार, 4 जुलाई 2018

**प्यार को चाहिए क्या....**




आप से अब कोई गिला भी नहीं
और कोई हमें मिला भी नहीं..!

देर तक जागती रही ऑंखें
ख्वाब का कोई सिलसिला भी नहीं..!

हमने बदली हैं इस तरह राहें
साथ में कोई काफिला भी नहीं..!

इस तरह उसने फेर ली नज़रें
दिल जो मुरझाया फिर खिला भी नहीँ..!

हमसे मिलने की भी नहीं फुर्सत...
आप इतने तो मुब्तिला भी नहीं..!

याद करना पड़ेगा 'पूनम' को...
आपसे अब मुकाबिला भी नहीं..!

***पूनम***



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