सोमवार, 31 मार्च 2014

आप जब से करीब आये हैं...





आप जब से करीब आये हैं...

गीत इस दिल ने गुनगुनाये हैं...!!


जिंदगी मेरी इस तरह महकी...

आप ने फूल यूँ बिछाए हैं...!!


आप नज़रों में इस तरह उतरे...

जैसे तारे से झिलमिलाये हैं...!!


चाँद बादल में छुप गया ऐसे...

आप खुल कर जो मुस्कुराये हैं...!!


आप की जुस्तजू में तड़पे है...

दिल को राहों में हम बिछाए हैं....!!


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