गुरुवार, 18 जुलाई 2013

निगाह-ए-करम.....






कुछ करम हम पर अगर हो जायेगा...
तू बता मुझको तेरा क्या जायेगा...!

हम भी जी लेंगे जहाँ में चैन से 
बंदापरवर भी है तू...कहलायेगा !

इस जहाँ में कौन अब तेरे सिवा...
मेरे हिस्से में तो बस तू आएगा...!

दुश्मनों की भीड़ है चारों तरफ...
मेरे खुदा मुझको बचा ले जायेगा...!

गर रहे हर वक्त मेरे साथ तू
इस जहाँ से वास्ता छूट जायेगा..!

घात में बैठा हुआ इंसान है..
जान ले के ही ये अब तो जायेगा...!

रहम कर दे तू अगर मेरे खुदा 
आशियाँ मेरा भी बच ही जायेगा..!






रविवार, 14 जुलाई 2013

सही अर्थों में मित्रता.....









मन हो सुगन्धित मित्रता से आयु इसकी दीर्घ हो....
चरित्र सबका उच्च हो और भावना भी पवित्र हो...
हों साथ अपने मित्र जब आनंद भी अतिरेक हो...
फूले फले उपवन हमारा...कामना ये पूर्ण हो....!!



***पूनम***
१३/०७/२०१३



गुरुवार, 11 जुलाई 2013

पैगाम........






कोई आहट तो मिले या कोई पैगाम आये 
कहीं से भेजे मगर कुछ तो मेरे नाम आये !

नहीं नज़र में मुरव्वत कहीं नज़र आती  
वो संगदिल ही सही कुछ तो मेरे काम आये...!!



अभी अभी...




रविवार, 7 जुलाई 2013

मुखौटे....






बहुत दिन हो गए
हमें अपनापन का नकाब पहन कर
दुनिया से अपना सच छुपाते हुए....!
इस नकाब के पीछे है
हमारे रिश्तों की सच्चाई !
कुछ चाहे ...कुछ अनचाहे रिश्ते
कुछ रिश्तों के वजूद न रह कर भी हैं...
और कुछ रिश्ते साथ रह कर भी बेवजूद हैं !
बड़ी थकन भरी है ये दोहरी जिंदगी...!
आओ...
अपने इन निर्जीव सम्बन्ध को...
पूरी नग्नता के साथ 
दुनिया के सामने उजागर करते हैं...!
मेरे लिए ये ज़रा भी मुश्किल नहीं...!
और तुम्हारे लिए भी सच सामने लाना 
ज्यादा मुश्किल न होगा....!!
आज हम अपना अपना
ये झूठा नक़ाब उतार फेंकते हैं..... 
और कुछ देर के लिए ही सही....
अपने इंसान होने का अभिनय करते हैं... !!





तस्वीर....







तस्वीर तेरी दिल में सजा रखी है कब से...
ये अलग बात है....

दुनिया को दिखाई नहीं अब तक.!..
तू उजागर न हो सके ज़माने के सामने 
इसलिए....

मैं ने ये बात छुपाई है अब तक...!!




***पूनम***





सोमवार, 1 जुलाई 2013

'दुआ'....................





दुआयें दे रही कब से तुझे मेरी सदाएं हैं...
हमारे बाद भी रह जायेंगी मेरी वफाएं हैं...!

मुझे उम्मीद कब थी तुझसे मेरे हमसफ़र बतला...
मेरे दामन में आ सिमटी फ़कत तेरी जफ़ाएं हैं...!

तू मेरा था...तू मेरा है...रहेगा कल भी तू मेरा...
नज़र बदले कभी तेरी...यही मेरी दुआएं हैं....!



***पूनम***
एक कोशिश...अभी अभी....