रविवार, 23 सितंबर 2012

चेहरे.......





प्यार बंधन उन्हें ही लगता है
जो खुद प्यार पे बंधन लगाते हैं...!
तोहमतों की बातें भी वही करते है
जो दूसरों पे अक्सर तोहमतें लगाते हैं...!!
जो प्यार करते हैं वो कहते नहीं जनाब....
आप तो सारे जहाँ में ढिंढोरा पीट के आते हैं....!!!








7 टिप्‍पणियां:

  1. हम्मम्मम

    आप भी इलज़ाम लगा रही हैं???
    :-)

    अनु

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  2. रचना काफी भावपूर्ण है !!! सोचने वाली बात ये है की एक प्रविती के लोगो में घनिष्टता हो जाती है पर दूसरा हमसे अलग है तो क्या हुआ फिर भी रिश्तेदारी निभ ही जाती है.... !!!देखना हमे ये है की लड़ना है या सुलझाना है !!लेकिन दुसरे पे यूही इलज़ाम क्यों लगाना है!!

    yuhi likhte rahiye.... !!!

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