रविवार, 25 अगस्त 2013

चाँद.......






कल रात चाँद चमका...मेरे आँगन में इस तरह 
चमके है जैसे दामिनी....बादल में इस तरह 
कुछ चल रही हवाएं भी....उस वक्त तेज तेज  
खुशबू उड़ी दिशाओं में भी थी....कुछ इस तरह 
चमके थे साथ तारे...........आँचल में रात के  
जैसे हो ओढ़नी......किसी दुलहन की इस तरह

***पूनम***
आधी रात का प्रलाप...
२६/८/२०१३






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