शुक्रवार, 20 जुलाई 2012

लम्हे.....





सबसे खूबसूरत है वो लम्हा..
जो हम अभी तक जी नहीं पाए, 
सबसे खूबसूरत है वो बात..

जो हम अभी तक कह नहीं पाए,
सबसे कीमती हैं वो आँसू..

जो अभी तक गालों पे बह नहीं पाए, 
कितने रौशन हैं वो दिए प्यार के..

जो अब तक जल नहीं पाए !!


तो.................
पास आओ कि वक्त से 
वो लम्हा चुरा लें...
वो बात कह दें,
वो आँसू बहा लें...!
और जो जल नहीं पाए हैं,
उन दीयों को जला लें....

इस तरह तेरे साथ
कुछ पल तो जी लें....!!




13 टिप्‍पणियां:

  1. काश! वो लम्हा वाकई चुरा सकते हम..तो क्या कहने...

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  2. काश यह सब अपने हाथ में होता ... बहुत खूबसूरत

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  3. बहुत -बहुत सुन्दर
    प्यारे से अहसास लिए खुबसूरत रचना:-)

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  4. एक बेहद सुन्दर भावभरी प्रस्तुति।

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  5. वर्तमान में समय जुटा कर जीना होगा..

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  6. वाह बहुत ही खुबसूरत।

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  7. बिलकुल......
    जाने ये समां फिर हो न हो...
    अनु

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  8. इसी पल में तो जीवन है जो उनके साथ है ... लाजवाब ...

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  9. शानदार लम्हा होगा यदि ऐसा कर पायें हम.
    वैसे न भी कर पाए तो भी हर लम्हा
    शानदार हो सकता है,बस ऐसा नजरिया चाहिये.

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