bas yun...hi....
रविवार, 31 अक्टूबर 2010
लोग न जाने क्या-क्या
सोच लेते हैं हमारे बारे में...
जबकि-
उन्हें खुद नहीं पता
कि..
वो क्या हैं खुद....???
1 टिप्पणी:
संजय भास्कर
11 दिसंबर 2010 को 5:56 am बजे
adarniya poonam ji..
.बहुत खूब .जाने क्या क्या कह डाला इन चंद पंक्तियों में
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adarniya poonam ji..
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