tag:blogger.com,1999:blog-8904225662197145675.post6655676958002677713..comments2023-09-23T02:57:57.308-07:00Comments on bas yun...hi....: Unconditional Love..............***Punam***http://www.blogger.com/profile/01924785129940767667noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-8904225662197145675.post-13094744329843162132012-02-24T04:14:32.748-08:002012-02-24T04:14:32.748-08:00यदि प्रेम लेन देन है तो बहुत सटीक रचना !!यदि प्रेम लेन देन है तो बहुत सटीक रचना !!आनंदhttps://www.blogger.com/profile/06563691497895539693noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8904225662197145675.post-34191170741715375772012-02-20T05:34:05.582-08:002012-02-20T05:34:05.582-08:00सच है ... प्यार को सीमा में और शब्दों में नहीं बाँ...सच है ... प्यार को सीमा में और शब्दों में नहीं बाँधा जा सकता ... ये एहसास महसूस किया जाता है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8904225662197145675.post-64257556246361772302012-02-18T08:32:58.546-08:002012-02-18T08:32:58.546-08:00प्यार एक ऐसा एहसास है जिसका कोई मोल नहीं...यह मन क...प्यार एक ऐसा एहसास है जिसका कोई मोल नहीं...यह मन का विस्तृत आकाश है जो तन से परे है...पर दुर्भाग्य यह की बहुत लोग शरीर के परे सोच नहीं पाते....आपने जिस तरह से प्यार को परिभाषित किया है, वह सराहनीय है...बधाई।Vijuy Ronjanhttps://www.blogger.com/profile/05204504837179424572noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8904225662197145675.post-47529628877195198602012-02-18T02:06:08.673-08:002012-02-18T02:06:08.673-08:00दी आज तो जैसे दिल की हर बात कह दी........बिकुल सही...दी आज तो जैसे दिल की हर बात कह दी........बिकुल सही है सहमत हूँ हर बात से ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8904225662197145675.post-3468069345032029582012-02-17T23:40:59.654-08:002012-02-17T23:40:59.654-08:00बात तो आपने सही उठायी है …………लोगों की कथनी और करनी...बात तो आपने सही उठायी है …………लोगों की कथनी और करनी मे बडा फ़र्क होता है।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8904225662197145675.post-22191951486990354672012-02-17T23:32:50.120-08:002012-02-17T23:32:50.120-08:00संगीता जी....
सही कहा आपने...
"प्यार"इतन...संगीता जी....<br />सही कहा आपने...<br />"प्यार"इतनी "विस्तृत भावना" है कि जितना भी कहा जाए,लिखा जाए कम ही लगता है...एक अदना से इंसान से ले कर सम्पूर्ण देश...देश क्या विश्व ही आ जाता है इसके दायरे में..!<br />infact,जब दो इंसान प्यार करते हैं तो उन्हें अपना प्रेम व्यक्त करने में शब्दों की कमी महसूस होने लगती है...!<br /> और परिभाषित तो कभी किया ही नहीं जा सकता है...हम ही अपनी छोटी बुद्धि से इसे किसी न किसी रूप में बाँधने की कोशिश करते रहते हैं..!!<br />आश्चर्य तब होता है जब यही "Unconditional Love" का राग आलापने वाले अपने ही प्यार में सारे condition लगाते हैं और दूसरों से अपने लिए "Unconditional Love " की अपेक्षा करते हैं......!<br />वैसे मैं तो प्यार में न कोई condition मानती हूँ और न कोई अपेक्षा या उपेक्षा.....शुद्ध रूप से प्रेम,प्यार,लव न बंधता है न बाँधा जाता है....एक ईमानदारी भरी साझेदारी जरूर मानती हूँ जहाँ एक-दूसरे की भावनाओं की,संवेदनाओं की कद्र और care हो......बाकी तो इसके रूप अनेकों हैं और प्रेम करने के तरीके भी....हम कौन सा रूप और तरीका अपनाते है....बात सिर्फ इतनी है....!!***Punam***https://www.blogger.com/profile/01924785129940767667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8904225662197145675.post-57641734920343066892012-02-17T23:03:03.017-08:002012-02-17T23:03:03.017-08:00आज कुछ अलग तेवर हैं ... प्यार को कब , कौन परिभाषित...आज कुछ अलग तेवर हैं ... प्यार को कब , कौन परिभाषित कर पाया है ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8904225662197145675.post-39731137758138845942012-02-17T21:45:17.565-08:002012-02-17T21:45:17.565-08:00प्यार तो वही मिठास या स्वाद है जो बतायी नहीं जा सक...प्यार तो वही मिठास या स्वाद है जो बतायी नहीं जा सकती रगों में प्रवाहित होता सा लगता है..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8904225662197145675.post-29395968188754971062012-02-17T20:00:08.529-08:002012-02-17T20:00:08.529-08:00पूर्ण समर्पण इसकी पहली और आखिरी ज़रूरत है।पूर्ण समर्पण इसकी पहली और आखिरी ज़रूरत है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8904225662197145675.post-77000705522552665292012-02-17T19:36:42.782-08:002012-02-17T19:36:42.782-08:00sahi kaha....sahi kaha....***Punam***https://www.blogger.com/profile/01924785129940767667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8904225662197145675.post-81646211642633099702012-02-17T19:20:37.794-08:002012-02-17T19:20:37.794-08:00प्यार सदा ही शब्दों की परिधि के बाहर रहेगा..प्यार सदा ही शब्दों की परिधि के बाहर रहेगा..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8904225662197145675.post-87779871686329610342012-02-17T10:37:29.369-08:002012-02-17T10:37:29.369-08:00thanx...thanx...***Punam***https://www.blogger.com/profile/01924785129940767667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8904225662197145675.post-65024888494453697052012-02-17T10:33:42.933-08:002012-02-17T10:33:42.933-08:00there can be no better thought in
in love .love i...there can be no better thought in <br />in love .love in truest sense is always unconditional,<br />nice thought and expressionNirantarhttps://www.blogger.com/profile/02201853226412496906noreply@blogger.com